नई दिल्ली। कोरोना से लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से मदद मांगी और एक यूपीआई आईडी नागरिकों को दी। साइबर ठगों ने इस यूपीआई आईडी जैसी ही फर्जी आईडी तैयार कर दी। हालांकि एक जागरूक नागरिक ने इसे पहचान लिया और तुरंत दिल्ली पुलिस और एसबीआई को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने उस यूपीआई आईडी को बंद कराते हुए केस दर्ज कर लिया है प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने गत दिनों एक यूपीआई आईडी देश के सामने रखी थी। पीएम ने इस आईडी के जरिए कोरोना से लाई के लिए ज्यादा से ज्यादा मदद की बात कही थी। इसके बाद लोगों ने इस यूपीआई के जरिए पैसे देने शुरू कर दिए लेकिन ठगों ने एक आईडी तैयार कर दी और इसे सोशल मीडिया की मदद से लोगों तक पहुंचा दिया। जिसके बाद लोगों ने मदद के लिए इस पर पैसे जमा कराने शुरू कर दिए ।इसी दौरान एक नागरिक ने इसकी पहचान की और ट्वीट के जरिये पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस और बैंक अधिकारी तुरंत हरकत में आ गए और कार्रवाई में लग गए। पलिस अधिकारियो ने तत के स दर्ज कर बैंक अधिकारियों की मदद से इस फर्जी आईडी को बंद करवा दियाफिलहाल पुलिस इस आईडी को बनाने वाले की तलाश कर रही है। बता दें कि कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर में इस वायरस से 33,000 से अधिक लोगों की मौत हई है जिसमें अकेले यरोप में 20.000 लोगों की मौत हुई है। वहीं विश्व में कुल 7 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। स्पेन और इटली में एक दिन में 800 से अधिक मौतें हुई हैं। इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दुनिया की आबादी का लगभग एक तिहाई लॉकडाउन में है। वहीं इससे नाकरिया, उत्पादन और आर्थिक गतिविधियां रुक गई हैं। चीन के वुहान में प्राधिकारियों ने शहर को आंशिक रूप से फिर से खोलने के लिए कदम उठाने शा कर दिये हैं। वहां दो महीने से अधिक समय तक 1.1 करोड़ लोग करीब करीब पृथक रहे। कोरोना वायरस संक्रमण सबसे पहले चीन के वहान में ही सामने आया था और यह बाद में परी दनिया में एक संकट बन गया और जिसे %महामारी घोषित कर दिया गया हैफर्जी यूपीआई
ठगी :बना डाला प्रधानमंत्री राहत कोष का फर्जी यूपीआई